दिव्यांग नहीं, दिव्यता की पहचान : नन्हें हाथों ने दीपावली में रोशनी

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काशीपुर, डी. बाली ग्रुप एवं हिन्दू वाहिनी संगठन उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में

USR दिव्यांग बच्चों की संस्था में दीपावली पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस भावनात्मक कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं डी. बाली ग्रुप की डायरेक्टर एवं महापौर दीपक बाली की धर्मपत्नी श्रीमती उर्वशी दत्त बाली जिन्होंने अपनी स्नेहिल उपस्थिति से बच्चों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी।

उल्लेखनीय है कि श्रीमती उर्वशी दत्त बाली हर वर्ष इन बच्चों के साथ दीपावली मनाकर प्रेरणा का संदेश देती हैं कि “सच्ची रोशनी वही है जो किसी के जीवन में उजाला भर दे।” यह अक्सर इन बच्चों के बीच जाकर कोई ना कोई कार्यक्रम करती रहती है जिससे यह बच्चे उन्हें भली-भांति जानते और पहचानते हैं इसीलिए इन्हें देखते ही उनके चेहरों पर मुस्कुराहट आ जाती है

इस बार के दीपावली उत्सव कार्यक्रम में हिन्दू वाहिनी संगठन उत्तराखंड केप्रदेश अध्यक्ष आनन्द तिवारी, प्रदेश महामंत्री रुचिन शर्माने संगठन के अन्य पदाधिकारियों के साथ मिलकर बच्चों को मिठाइयाँ, उपहार और पटाखे वितरित किए।संगठन की ओर से प्रमुख रूप से उपस्थित रहे प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, प्रदेश सचिव योगेश चौहान,
प्रदेश मंत्री संचित मिश्रा, जिला अध्यक्ष विनय शर्मा जिला महामंत्री विनायक शर्मा,जिला संगठन मंत्री आशीष पांडे, नगर उपाध्यक्ष वंश त्यागी, दिनेश विश्नोई,जिला उपाध्यक्ष आशीष अग्रवाल, पंकज शर्मा,महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष श्रीमती सोना ठाकुर,कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती पूजा अरोरा,जिला महामंत्री पीहू त्रिपाठी,जिला महासचिव श्रीमती प्रियंका पाल,
जिला उपाध्यक्ष श्रीमती रानी यादव,एडवोकेट श्रीमती प्रीति शर्मा, श्रीमती सलोनी यादव एवं श्रीमती दीप्ति शर्मा। USR संस्थान की ओर से प्रधानाचार्य श्रीमती कमला तिवारी, संस्थाध्यक्ष अभिषेक शर्मा एवं श्रीमती अनुप्रिया के संयोजन में बच्चों ने रंग-बिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
बच्चों ने अपने हाथों से बनी सुंदर कलाकृतियाँ दीपावली के उपलक्ष्य में उर्वशी दत्त बाली और हिन्दू वाहिनी संगठन के सदस्यों को भेंट कीं — जिससे पूरे वातावरण में संवेदना, गर्व और आनंद की लहर दौड़ गई।इस अवसर पर हिन्दू वाहिनी संगठन के सदस्य भी सच्चे सेवक की भावना से सेवा के भावना मैदान में उतरे।
दिव्यांग बच्चों की मदद में उनका समर्पण और प्रेमभाव वास्तव में काबिले-तारीफ़ रहा।

संगठन में हाल ही में जुड़ी नई महिला सदस्याओं ने भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।उनकी ऊर्जा, अनुशासन और समाजसेवा के प्रति समर्पण ने हिन्दू वाहिनी महिला मोर्चा को नई दिशा और शक्ति दी।

“जहाँ दीपक की लौ जलती है, वहाँ उम्मीदें जगती हैं —
USR के इन नन्हें दीपकों ने सिखाया कि असली दिवाली दिलों की मुस्कान में बसती है।”

Sunil Kumar


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